उत्तर भारत का सबसे स्वादिष्ट भोजन में तंदूर रेसिपी आती है तंदूर पकाने के लिए तंदूर या मिट्टी के बने अवन का इस्तेमाल होता वह तंदूर मसालो के साथ स्वादिष्ट रेसिपी बनती जिसे उत्तर भारत के लोग शाम के समय सबसे ज्यादा खाने में उपयोग करता है।
तंदूर मसाले बनाने के लिए मुख्य रूप से खड़े मसाले का उपयोग किया जाता है जिसमे मुख्य रूप से लसुन, लोंग, जीरा, जायफल, जावित्री, अदरक,खड़ा धनिया,मेथी, दालचीनी, काली मिर्च, ओर इलाइची का समावेश किया जाता है और सभी खड़े मसालो को बारीक पीस कर छाना जाता है पैकेट या हवा बंद डब्बे में रखा जाता है।
तंदूर मसाले का उपयोग तंदूर रेसिपी बनाने में मुख्य सामग्री होती है। तंदूर का उपयोग रेसिपी बनाने से पहले तैयार किया गया मेरीनेड में मसालो का उपयोग होता है। कुछ समय के लिए मेरीनेड को रखा जाता है जिससे तंदूर मसालो का स्वाद रेसिपी में अछे से घुलमिल जाए और तेल में डीप करने के बाद ओर रेसिपी बनाने के बाद भी तंदूर का जायका बना रहे।
तंदूर मसालो उपयोग जैसे पनीर, बेबी कॉर्न, शिमला मिर्च और अन्य सब्जी के ग्रिल करने से पहले अवन या तंदूर में बेक करने से पहले मिश्रण को मेरीनेड किया जाता है।
तंदूरी मसाला
आप बाजार से भी अछे ओर शुध्द क्वालिटी के मसाले घर पर बना सकते है।
◆ तंदूरी मसाला बनाने के लिए सबसे पहले तो आप को जायफल को टुकड़ो में काट ले या कदूदस हो सके तो कदूदस कर ले, बाद में मिक्सी मशीन को मिक्सर में कटा हुआ जायफल, साबुत लाल मिर्च, साबुत धनिया, हल्दी पाउडर, जीरा, काली मिर्च, मैथी दाना, सुखी अदरक पाउडर या अदरक पाउडर, बड़ी इलायची, दालचीनी, लोंग ओर सभी मसालो को एक दम बारिक पीस कर तैयार कर ले।
◆ तैयार इस मसाले को छलनी में छान लें और बचे हुए मसालो को फिर से मिक्सी मशीन में डालकर पीस ले और बाद में मसालो में मिला दे। या आप किसी भी सब्जी में ताजा मसाले के साथ मे पीस कर इस्तेमाल कर सकते है।
◆ तैयार तंदूरी मसाला बनकर तैयार हो गया है।
◆ मिक्सी में पिसे हुए मसाला को आप एयरटाइट बॉक्स या डिब्बा में बंद कर के रख सकते है।
◆ जब आप कोई तंदूरी डिश बना रहे हो तब आप इस तंदूरी मसालो को उपयोग कर सकते है। यह बनाया हुआ मसाला को आप छह मास से लेकर सात मास तक स्टोर कर सकते है।
◆ नॉट-
इस बात का ध्यान रखा जाय कि नमी ना हो और बरसात के दिनों में जरूर धूप एक से बो बार लगाएं।