शीत की कपकपाती शर्दी का अंत होते ही ब्रमांड में सूर्य देव अपनी सवारी को लेकर पृथ्वी लोक की तरफ आगमन करते है। भारत एक ऐसा देश है जिसमे आप को शर्दी, गर्मी और बारिश तीनो देखने मिल जाता है। पर आज के दिन में बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण से गर्मी का तापमान ज्यादा बढ़ गया है। गर्मी के बढ़ते प्रकोप से भारत में धूप से लू ओर अन्य बीमारीयां भी बढ़ जाती है। कुछ लोगों को सिर्फ गर्म हवा लगने से ही वह बिस्तर पकड़ लेते है। लू से साथ साथ दूषित खाना और दूषित पानी से भी लोग बीमार पड़ते है।
गर्मी के मौसम में पसीना, आलस, दिनभर की सुस्ती ओर खाने पीने में मन नही लगता ओर पीने से ज्यादा लगाव। heet strok ke lakshan aur bachaav
ज्यादा लू लगने पर चिकित्सक की सलाह जरूर ले।
कम से कम समय केलिए जैसे दोपहर में 12pm(बारह) से लेकर 3pm(तीन) बजे के समय काल के दौरान अपने आवास(घर) से बाहर निकलने से बचना चाहिए। बढ़ती गर्मी के प्रकोप से बचने के लिए घूप से सीघे किरणों से अपना बचाव करे जिससे आप को लू लगने के कम से कम चांस हो जाते है।
भोजन में स्वच्छता का बहुत ध्यान रखना जरूरी है। बाजार या होटल का तला-भुना ओर खुले में बनाया जा रहा कोई भी खाद पदार्थ का सेवन को परहेज करें। इस मौसम में दूषित खाने या पानी से बीमारी होने का खतरा बहुत अधिक होता है।बच्चों को भी इन बातों की जानकारी दे और उन्हें कुछ भी खाने से पहले हाथ धोने के लिए जरूर कहे।
ज्यादा भोजन गर्मी के मौसम नही करना चाहिए। गर्मी के दिनों में दिन की शरुआत मीठे फल और रसीले फल से करना चाहिए। जैसे चीकू, तरबूज, खरबूजा या संतरा अच्छा विकल्प हो सकते है। सलाद में खीरा ओर प्याज का सेवन जरूर करे। यह आप को पाचन संबंदी परेशानी से बचाएं ओर शरीर का तापमान भी नियंत्रित रखते है।दरसल इनमें पर्याप्त मात्रा में पानी होता है, जिससे शरीर का तापमान नियंत्रण रखता है।
भोजन में नमक इस मौसम में सामान्य मात्रा में रखना चाहिए। इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मदद मिलती है। केफ़िन, शराब या अधिक चाय का सेवन न करे। क्योंकि इनके ज्यादा सेवन से शरीर मे पानी की कमी हो सकती है।
ढीले ओर खुले बाजू के हल्के रंगों के कपड़े का चुनाव करना चाहिए। यह कपड़े सूरज प्रकोप से बचाते हैं ओर पसीने सुखाने में मदद करते है। इस मौसम में आंखों का भी पूरा ध्यान रखना चाहिए। इसलिए तेज धूप में घर से बाहर निकने से पहले सनग्लास का उपयोग करे।
गर्मी के मौसम से सामान्य वर्कआउट करने चाहिए। धूप में रहने से आपको थकावट या चक्कर रहे है तो आप तुरंत पानी या नींबू पानी पीना चाहिए। साथ साथ घूप ज्यादा लगने पर आप धूप से हटकर कही छाव में आराम करें।
गर्मी के दिनों में नींद भरपूर मात्रा में करे। अगर आप आराम नही करेंगे तो आप चिड़चिड़ापन होने लगता है। इसलिए जब भी थकावट लगे कही भी आराम की जगह पर कुछ देर जरूर आराम करें।
गर्मी के दिनों में धूप में बाहर निकलना जरूरी है तो सनस्क्रीन का उपयोग करे। इसके
अलावा धूप से बचने केलिए छाता,सनग्लास,टोपी(केप),गिला टावल ओर पानी साथ मे रखे।
सुबह जल्दी से उठकर एवं शाम को वॉक करते हुए प्रकृति की ठंडक को महसूस करे। पौधे को पानी पिलाए। हरी घास पर बिना चपल के चले। गर्मी के फूलों को देखे। शुध्द ओर खुली हवा में गहरी सांस ले, इसके अलावा गर्मी में प्राकुतिक स्थानों पर जाएं।