रोटी को अलग अलग जगह पर अलग अलग नामो से जाना है, जैसे रोटी, रोटली, फुल्का, चपाती, भाखरी ओर भी अनेक नाम से जाना जाता है।रोटी को सब्जी या दाल के साथ बड़े ही चाव से खाया जाता है।
अगर भोजन की थाली हो पर थाली में रोटी न हो तो भोजन भी अधूरा लगता है। अधिकक्तर गेंहू की रोटी का ही उपयोग किया जाता है। कभी कभी बाजरे रोटी, मक्के की रोटी, ज्वार की रोटी या missi roti भी भोजन में खाई जाती है।
अगर आप को गेहूं के आटे की गोल,नर्म ओर फूली चपाती बनानी आती है उसे रसोई का किंग माना जाता है।
किचन सामान
रोटी बनाने केे लिए सामान
- गेेंहू का आटा 100gm
- पानी 1 ग्लास
- नमक स्वादनुसार
- बेलन ओर चकला
रोटी बंनाने के लिए लिए सबसे पहले आटा गुथना होता है। सही तरीके से गुथे हुए आटे से चपाती अछी बनती है। आटा हाथ से गूंथा जाता है। इसलिए हाथ को अछे से साफ कर लेना चाहिए।
● रोटी बनाने के लिए आटा कैसे गुंथे।
◆ सबसे पहले एक बड़ी परत या प्लेट ले, उसमे गेंहू का आटा छान ने वाली छलनी से छान लें।
◆ इसमे नमक स्वादनुसार डाले, अगर आप को नमक नही डालना चाहते है तो न डाले।
◆ अब आटे के बीच मे गढ़ा बनाकर थोड़ा पानी डालें। थोड़ा थोड़ा पानी से आटे को मिलाते रहे,
अभी सख्त आटा हो जाये तब थोड़ा पानी छिड़कते जाये व आटे को हाथ से मेश करते जाए। आटा धीरे धीरे गुंथे जाए आटा हाथ व बर्तन में चीपकेगा नही।
◆ एक साथ आटे में पानी डालने से पानी की मात्रा अधिक हो सकती है। और आपके हाथ मे आटा भी ज्यादा चिपकेगा। गूंथा हुआ आटा में अगर उंगली लगाओगे तो उंगली भी आसानी से दब जानी चाहिए।
◆ गुंथे हुए आटे में आधा चम्मच घी लगाकर पंद्रह मिनिट लिए ढककर रख दीजिए। इससे आटे की ऊपरी परत सूखेगी नही ओर रोटी भी अच्छी बनेगी।
● गोल रोटी बनाने का तरीका
◆ गुंथे हुए आटे को दो से तीन बार फिर से मैश करे।
◆ बड़ी परत या बर्तन में सुखा आटा अलग से निकाल ले, यह सूखा आटा दो से तीन बार रोटी पर लगाकर रोटी बनाई जाती जाती है।
◆ हाथ मे हल्का सा सूखा आटा लगाकर गुंथे हुए आटे से एक छोटा टुकड़ा निकाले। निकाले हुए टुकड़े को लोई कहते है, लोई को दोनो हाथो के बीच दबाते हुए धुमाते हुए गोल कर ले। इसे सूखे आटे पर रखकर धुमा दे। लोई के चारो तरफ सूखे आटे की एक परत लग जानी चाहिए।
◆ लोई को चलके पर रखकर हल्का सा दबा दे।इस अवस्था मे यह गोल रहना चाहिए।
◆ बेलन से एक बार थोड़ा बेले, फिर लोई को 90 डिग्री घुमा कर दुबारा थोड़ा बेले, इसे थोड़ा थोड़ा बेलते हुए और घुमा कर रखते हुए बड़ा करते जाए। कोशिश करे कि इसका शेप गोल रहे।
◆ लोई थोड़ी बड़ी होने के के लिए बाद फिर से सूखे आटे पर पलट दे, सूखा आटा पर पलट ने बाद इसे चकले पर रखकर बेले। यदि बेलन या चकले पर लोई चिपक रही है तो सूखा आटा दोनो तरफ से फिर से लगा ले। आटा बहुत ज्यादा नर्म लगे तो सूखा आटा मिलाकर मेश कर ले।फिर रोटी बनाइये।
◆ लोई पर बेलन इस तरह चलाइये की चपाती बड़ी ओर गोल बनती जाय। सब जगह से रोटी की मोटाई एक जैसी होनी चाहिए खासकर किनारे मोटे नही होने चाहिए। कोशिश करे कि बेलन से रोटी अपने आप धूम जाए, रोटी बेलते समय बेलन का जोर किनारे तरह ज्यादा होना चाहिए।
◆ अगर रोटी की कोशिश बार बार की जाय तो रोटी गोल बन जाती है। पहले पहले रोटी छोटी बनानी चाहिए अभ्यास होने के बाद आप पतली ओर बड़ी गोल गोल रोटियां बना पाएंगे
◆ रोटी बेलने के लिए बाद इसे तवे पर डालकर सकेंगे।
● रोटी तवे पर सेेंकने का तरीका
◆ गैस पर तवा रखे, तवा गरम होने के के बाद रोटी को तवे पर डाले। रोटी तवे पर डालते समय रोटी में सलवट नही होनी चाहिए।
◆ जब रोटी हल्की सी पक जाय तब रोटी को पलट दे।
◆ फिर रोटी को उठाकर उसी साइड से वापस तवे पर रख दे इस तरह रोटी को सही तापमान मिलता है और वो जल्दी जलती नही है।
◆ रोटी दोनो तरफ से पक के बाद चिमटे की मदद से उठा कर गैस पर रखे जिससे आप की रोटी फूल जाएगी।
◆ चिमटे से पकडकर रोटी सेक ले फिर उत्तार प्लेट में।रख ले।
◆ अब इस पर ऊपर की तरफ आधा चम्मच घी लगाकर गर्म करें और सर्व करें।
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मुलायम रोटी