तुरई एक हरी सब्जी है, तुरई भारत मे अलग अलग राज्यो में अलग अलग नाम से भी जानी जाती है। तुरई में औषधिय गुण के साथ साथ शरीर के लिए जरुरी पोषक तत्व भी पाए जाते हैं जो शरीर को तंदुरुस्त रखने में मदद रूप होता है।
◆ तुरई के अलग अलग नाम
◆ तुरई के फायदे
◆ तुरई से नुकसान
◆ तुरई रेसिपी
तुरई के नाम
तुरई को गुजराती में तुरिया,हिंदी में तुरई, तोरई, काली तोरी, संस्कृत में पितपुष्पा व जालिनी,बंगाली में घोषा, मराठी में दोड़की और नेपाली में रामतोरई कहा जाता है।
तुरई में पोषकतत्त्व
तुरई में फाइबर, पोटेशियम, प्रोटीन, मैगनीज, मैग्नेशियम और कॉपर के साथ विटामिन-ए, विटामिन-C, विटामिन -K,और विटामिन B6 जैसे पोषक तत्त्व पाए जाते है।
तुरई के फायदे
डायबिटीज(मधुमेह)
मधुमेह के रोगी को तुरई का सेवन लाभदायक है। तुरई में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम पायी जाती है। जो लहू में शुगर की मात्रा ओर इंसुलिन का स्तर को सामान्य रखने में मदद करता है,यह कारण से लहू(रक्त) में मौजूदआखों के लाभकारक
तुरई में विटामिन-A आँखों के लिए लाभदायक होता है। तुरई में विटामिन-A की मात्रा अधिक होती है। आखों को स्वास्थ्य रखने में विटामिन-A उपयोगी घटक होता है। आखों को स्वस्थ रखने के लिए अपने भोजन में तुरई को शामिल करें।वजन घटाने
तुरई का वजन घटाने के लिए बड़े ही फायदेमंद साबित होता हैं। तुरई में कैलोरी की मात्रा बहुत ही कम पाई जाती है। तुरई में मौजूद फाइबर पेट को भरा हुआ लंबे समय तक रखने में सहायक होता है। अनियमितता को कम करके नियमित करता है और वजन कम करने में मददरूप होता है।
पीलिया रोग
पीलिया रोग से बचाव के लिए तुरई का उपयोग फायदेमंद होता है। घरेलू उपचार में तुरई को आप पीलिया के लिए उपयोग कर सकते है।
बालो के लिए
बालो के लिए स्वास्थ्य के लिए भी तुरई का सेवन लाभकारी है। तुरई में विटामिन-C,जस्ता ओर कई पोषक तत्व पाए जाते है। जो बालों को पोषण प्रदान करने के साथ बालो को बढ़ाने व मजबूत बनाये रखने में सहायक होते है।पाचन शक्ति
तुरई पाचन स्वास्थ के लिए लाभकारक होती है। तुरई में पानी और फाइबर की मात्रा भरपूर होने से पाचन क्रिया में लाभदायक होती है। जो पाचन में सुधार कर, पाचन तंत्र को मजबूत बनाये रखने में सहायक होता है। फाइबर कब्ज और पेट की समस्या को भी दूर करता है।
तुरई से नुकसान
● एलर्जी
तुरई का सेवन से कुछ लोगो को एलर्जी हो सकती है। इसलिए किसी भी व्यक्ति को तुरई का सेवन से अगर एलर्जी होती है वह तुरई के सेवन को परहेज करें।● तुरई का सेवन करने से पहले जैसे कोई दवाई का सेवन करता हो या गर्भवती महिला को डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए। इसके बाद ही तुरई का सेवन करना चाहिए।