रागी एक पोष्टिक अनाज है और उसे भोजन में सबसे अच्छा माना गया है, रागी मधुमेह कर रोगीयो के लिए बहुत फायदेमंद है। यह कुरकुरी, नरम ओर पोष्टिक रोटी में मीठा निम(कढ़ी पत्ता),हरा धनिया ओर प्याज से बनाई जाती है और सुबह के नाश्ते में बहोत लाभदायक माना गया है।
रागी रोटी बनाना बहुत ही आसान है, पहले रागी के आटे में करी पत्ता, हरा धनिया, हरी मिर्च, ओर प्याज मिलाकर आटा गुन्दा जाता है। बादमे रोटी बनाकर रोटी को कुरकुरे होने तक पकाएं जाती है।
Ragi roti
रागी की रोटी बनाने केलिए एक परत में रागी का आटा, बारीक कटा हुआ प्याज, बारीक कटी हुई हरी मिर्च, बारीक कटा करी पत्ता, बारीक कटा हुआ हरा धनिया पत्ती ओर नमक स्वादनुसार ले।
● सभी सामग्री को मिला ले।
● मिश्रण में धीरे धीरे गुनगुना पानी डालें।
● जरूरत के अनुसार पानी डालें और नरम ओर लचीला आटा गूंद ले। आटे को ढककर पन्द्रह से बीस मिनिट के लिए रख ले।
● आटे को समान भागो में बाट ले।
● एल्युमिनियम कोयल या केले का पत्ता या प्लास्टिक थैली को गोल कटिंग कर ले। उसके ऊपर तेल लगा ले, ओर आटे की एक लोई रख ले।
● अपने हाथों की उंगली को पानी मे भिगो ले और बाद में लोई को थपथपाएं।
● रोटी को जितना हो सके उतना पतला पर रोटी से थोड़ी मोटाई रख ले और बीच मे एक छेद कर ले जिससे भाप आसानी से निकल जाए और रोटी कुरकुरी बने।
● रोटी को नॉन स्टिक तवे मध्यम आंच पर गर्म करें और पानी की बूंदे छिड़के ओर से सूखने दे। तवा पर तेल लगाएं। बनाई हुई रोटी को तवे पर रखे ओर प्लास्टिक या एल्युमिनियम की परत को हटा लें।
● रोटी के किनारे ओर छेद में हल्का तेल डालें।
● निचली सतह को गहरी भूरी होने तक पकाएं।
● अब दूसरी सतह पलट दे, उसे भी किनारों पे ओर छेद में हल्का तेल डालें।
● सर्विश प्लेट में निकाले ओर उसके ऊपर घी लगा ले। बाकी आटे को भी उपरोक्तानुसार रोटी बना ले।
● रोटी को नारियल की चटनी या आचार के साथ गरमा गरम परोसें।
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