भारत देश मे मौसम बारिश से लेकर शीत ओर गर्म आप कभी भी भारत मे हॉलिडे या टूरिज्म में आते है तो आप को ये भी मौसम हर समय मिलेगा,
कश्मीर में ठंड है तो गुजरात, मध्यप्रदेश, बिहार, पं. बंगाल में गर्मी का मौसम देख ने को मिलेगा वही अगर बात की जाय तो दक्षिण में मद्रास में दरिया के इलाके में बारिश मिलेगी।
अब जैसे मौसम में भाषा मे विविधता देखने को मिलती है वैसे वैसे ही भोजन में भी विविधता देखने को मिलती है। गुजरात की बोली मीठी ओर कई पर्यटक स्थलों की वजह से मशहूर होने से वहा का भोजन में मीठा पन जरूर होता है,गुजराती लोगो को खानेपीने का बहोत शौक होता है, खाना भी इतना स्वादिष्ट होता है कि आप भी मन न करता हो पर आप एक प्लेट जरूर ऑडर कर देंगे। अगर आप गुजरात आये या कभी भी आये तो गुजरात की प्रसिद्ध डिश जरूर ट्राय करे।
ढोकला
ढोकला गुजरात के भोजन में सबसे ज्यादा परोसा जाता है, ढोकला दुनिया मे सबसे अधिक खाया जाने वाला व्यंजन भी है,सुबह का नाश्ता,दोपहर का लंच ओर रात का खाना हो हर समय ढोकला को आप खा सकते है। ढोकले को पकाने के लिए भाप का उपयोग किया जाता है इसलिए ढोकला में तेल का प्रयोग कम मात्रा में किया जाता है इसलिए ज्यादा सेवन से भी कोई नुकसान नही है। ढोकला के साथ हरी चटनी, पुदीना चटनी या मीठी चटनी, सॉस के।साथ ढोकला का सेवन करने से ढोकला का स्वाद और भी बढ़ा देता है।
◆ ढोकला बनाने के लिए बेसन ओर सुजी को छान लें और किसी बर्तन में बेसन, सुजी, चीनी और पानी को डालकर अछे से मिला ले। चीनी घुल न जाए तब तक अछे से हिला ते रहे। घोल में नमक, नीबू का रस, तेल भी डालकर अछे से मिला दीजिए। घोल में गुठली नही पड़नी चाहिए।
◆ गैस जला कर कुकर में या जिस बर्तन में ढकला का बर्तन में आ जाए उसमे 2 ग्लास पानी डालकर रख ले।
◆ ढोकला के बर्तन में तेल लगाकर चिकना कर ले
◆ ढोकले का बर्तन में ईनो डालकर अछे से फेट दीजिए, इसे तेल लगे हुए बर्तन में डाल दीजिए।
◆ 10 मिनिट के लिए गैस पर पकने के लिए रखे पकने के बाद एक चाकू को से चेक करे कि ढोकला पक गया है या नही अगर ढोकले का मिश्रण चाकू पर चिपक गया तो समझे कि ढोकला पूरी तरह से नही पका है उसे थोड़ी देर ओर पका लें और बाहर निकाले।
◆ ठंडा होने के बाद, चाकू की सहायता से ढोकला प्लेट में निकालिए, अब ढोकला को चाकू की मदद से मन पसन्द टुकड़ो में काट लीजिए।
तड़का लगाने के लिए
◆ चीनी को आधे कप पानी मे घोल दीजिए और नीबू का रस भी उसमे मिला दीजिए।◆ एक छोटी कढाई या तड़का के बर्तन में 2 चम्मच तेल डालकर गरम करे।
◆ तेल गरम होने पर तेल में राई डाले, राई तड़कने के बाद हिंग, हरी मिर्च और करी पत्ता डालकर भुने,चीनी और नीबू का पानी उस पर तड़के में मिला दे और उबलने के बाद गैस बंद कर दीजिए।
◆ इस तड़के को चम्मच की सहायता से ढोकले के भी टुकड़ो पर डालिये, ढोकला तैयार है ऊपर से हरी धनिया डालकर गार्निश करे और हरी चटनी, पुदीना चटनी या सॉस के साथ गरमा गरम परोसिये।
हाडवो
हड़वा बनाने के लिए चावल, चना दाल,अरहर दाल के पेस्ट से बनाया जाता है और इसकी ऊपर से सजावट के लिए सफेद तल के साथ करते है। हाडवो एक मीठा ओर नमकीन केक है, जिसे थोड़ा ढोकला की तरह ही बनाया जाता है लेकिन दोनों के स्वाद में काफी अंतर होता है। गुजराती लोग तेल, जीरा, सरसो ओर करी पत्ता का तड़का लगाने के बाद हांडवो बनाने के लिए एक अलग तरह के प्रेशर कुकर का उपयोग किया जाता है।
१) हांडवो बनाने के लिए सबसे पहले सारी दालों को अछे से धोकर पांच से सात घन्टे के लिए भिगोकर रख दे, सात घन्टे बाद जितना भी हो सके कम से कम पानी का उपयोग करते हुए दाल और चावल को मिक्सर मशीन में पीस कर गाढा पेस्ट बना ले।
२) इस पेस्ट में नीबू का रस, हल्दी पाउडर, अदरक-हरी मिर्च का पेस्ट ओर हरा धनिया डालकर अच्छी तरह मिक्स कर ले।
३) कम आंच पर एक कढाई में तेल डालकर गरम होने के लिए रख दे।
४) तेल गरम होते ही इसमे हिंग, जीरा, राई कढ़ी पत्ता ओर तिल डालकर भुने।
५) हिंग, जीरा, राई को चटकते ही कढाई में पेस्ट डाल दे और ढक्कन से ढककर कम आंच पर 5 से 7 मिनिट पकाएं।
६) तय समय के बाद इसे एक प्लेट में निकाल ले और फिर दोबारा से कढाई में तेल, हिंग, जीरा ,राई, कढ़ी पत्ता ओर तिल डालकर भुने।
७) हड़वा को दूसरी साइड भी तलने के लिए कढाई में डालें और पांच मिनिट बाद गैस को बंद कर दे।
८) तैयार हांडवो को कढाई से निकालकर प्लेट में रख ले अब आपका मजेदार हांडवो बनकर तैयार है।