gujarati chana dal-गुजराती चना दाल

काले चने के फायदे आप सभी परिचित है पर क्या चना दाल के भी अनगनित फ़ायदे है जो हम चना दाल रेसिपी के अंत से जानेंगे।

सामग्री

  • चना दाल
  • नीबू
  • प्याज
  • चाट मसाला
  • नमक
  • धनिया पत्ती
  • आम कच्चा
  • मुगफली दाना

विधि



● गुजरती चना दाल रेसिपी बनाने के लिए सबसे पहले चने की दाल को एक बाउल में निकाले।

● अगर आपके पास कच्चा आम है तो कच्चा आम के छोटे छोटे टुकड़े करे और अछे से मिक्ष कर ले।


● आम नही होने पर आप चाट मसाला भी उपयोग कर सकते है।

● बाद मे आप ऊपर से नीबू रस डाले और अछे से मिक्ष करें।

● सजावट के लिए आप हरी धनिया पत्ती डाले और सर्व करें। गुजरती खट्टी मीठी चना दाल तैयार है।


अगर आप प्याज का उपयोग करना चाहते है आप प्याज डाले।
मुगफली दाना का उपयोग कर सकते है।

चना दाल के फायदे

चना दाल भी काले चने से कम नही है। कुछ लोगो को चने दाल का स्वाद पसन्द नही आता है इस लिए वह चना दाल का सेवन नही करते है। तो कुछ गैस की समस्या की वजह से आहार में नही ले पाते है। कुछ लोगो को चना दाल से पेट दर्द की समस्या होती है। इस वजह से चना दाल का सेवन नही करते है। चना दाल के फायदे अनेक है जिस में कुछ फ़ायदे.......


◆ डायबिटीज पर नियंत्रण-


डायबिटीज में चने की दाल का सेवन करने से बहोत फायदा मिलता है। गुलकोज कि अधिक मात्रा को अवशोषित करने में काफी मददगार है।

◆ लोहा(आयरन) भरपुर-

चने की दाल शरीर में आयरन की कमी को पूरा करती है और हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाने में मदद करता है

◆ एनर्जी बनाए रखे-

चने की दाल में जिंक, प्रोटीन, कैल्शियम, फोलेट आदि से भरपूर होने के कारण आपको आवश्यक ओर जरूरी ऊर्जा देती है।

◆ पेट को रखे दुरुस्त-

चने की दाल पाचनतंत्र को ठीक रखता है। पेट की सारी समस्याओं से राहत मिलती है।

◆ कोलेस्ट्रॉल में कमी-

चना दाल में फाइबर से भरपूर होने के कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता हैं,साथ साथ वजन भी कम करने में मदद रूप साबित होता हैं।



◆ पिलाया दूर करने में सहायक-

चना दाल पिलाया बीमारी में बहुत फायदेमंद साबित होती हैं।













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